शादी सबके जीवन के लिए एक महत्वपूर्ण पल होता है. सबकी सोच यही होती है कि वह अच्छे से अच्छा इंतजाम करें. अक्सर हमारा परिवार यही चाहता है बेटी या बेटे की शादी में किसी प्रकार की कोई कमी न रहे. इस चक्कर में लोग अपनी आर्थिक क्षमता से ज्यादा खर्च कर देते हैं.
आपने अक्सर देखा होगा कि भारतीय शादियों में भारी भरकम खर्च किया जाता है, क्योंकि हमारे यहां शादी से संबंधित कई समारोह जैसे सगाई, महिला संगीत, रिसेप्शन आदि होते हैं. न चाहते हुए भी हमारा बजट हमेशा ऊपर जाता ही है, और ये खर्च हमें शादी के बाद पता चलते हैं. जिससे हमारे आगे आने वाली कई चीजों पर इन एक्स्ट्रा खर्चों का असर पड़ता है.
पैसे बहुत मेहनत से कमाए जाते हैं. फिर चाहें वो आपके हो, आपके पेरेंट्स के या फिर आपके होने वाले लाइफ पार्टनर के. शादी में इतना ताम-झाम हम किस लिए करते हैं? परिवार की ख़ुशी के लिए… पलों को यादगार बनाने के लिए… या फिर समाज के लिए…? अब परिवार की ख़ुशी तो फिजूल खर्च में नहीं होगी. पल तब यादगार बनते हैं जब उन पलों को याद करके हम हमेशा खुश रहे. शादी के चक्कर में अगर सर पर लोन चढ़ गया तो क्या वो याद हमें ख़ुशी दे पाएगी? और लास्ट में आते हैं लोग-समाज. आप इनकी फिकर न करें तो ही अच्छा है. (चार लोग क्या कहेंगे) ये चार लोग आपकी जिंदगी से कभी नहीं जाने वाले.
समय बदल रहा है. हम अपनी पसंद से शादी कर रहें हैं, फ्यूचर प्लान कर सकते हैं. तो शादी कैसे करनी है इसको प्लान करने का हक़ भी आपका ही हैं. आप अपने पेरेंट्स को समझाए कि सिर्फ शादी में पैसे खर्च करना ही समझदारी नहीं है. शादी के खर्च में बचा हुआ थोड़ा हिस्सा भी आपको आगे आने वाली लाइफ में बहुत सुकून देने वाला है. शादी से पहले ये इन्वेस्टमेंट आपको जिंदगी भर की ख़ुशी देगा. यकीन मानिए सस्ती शादी में ज्यादा ख़ुशी है. वो कैसे आइए जानते हैं.
जिम्मेदारी को पहले दें शादी के बजट में जगह
परिवार हमेशा से ही ऐसा लड़का देखता है अपनी बेटी के लिए जिसके पास खुद का घर और सुख-सुविधा के लिए सारी चीजें मौजूद हो. लेकिन आज के समय में जहां घर हो वहां नौकरी मिलना बहुत मुश्किल होता है. इसलिए अगर आप शादी करने जा रहें हैं तो पहले मिलकर अपने पार्टनर से बात करें कि शादी के बाद अगर ऐसी कोई जिम्मेदारी आती है तो उसके लिए वो पहले से तैयार है या नहीं.. आप अपनी शादी के खर्च में पैसे बचा कर वर्क प्लेस के आसपास कहीं फ्लैट ले सकते हैं. इतना ही नहीं शहर बदलने पर आप अपने फ्लैट को बेच भी सकते हैं.
गरीबों की मदद में दुआओं की सौगात
आजकल शादी में खर्चों की कोई लिमिट नहीं है. आप जितना खर्च करना चाहें कर सकते हैं. सोचिए अगर आपको शादी में होने वाले खर्चों से कोई फर्क नहीं पड़ता तो क्यों न इस खर्च को आप ऐसी जगह लगाएं जहां आपको दिल से ख़ुशी मिले. शादी में बचा हुआ खाना ही नहीं अगर आप एक्स्ट्रा खाना बनवा के गरीब, जरुरतमंद लोगों में बाटें, या फिर अपनी शौपिंग के साथ ही कुछ जोड़ी कपड़े खरीद कर आप उन लोगों में बाटें जिन्होंने अरसों से नए कपड़े नहीं पहने हो तो ऐसा करने से उनको और आप दोनों को ही ख़ुशी मिलेगी. और इनकी दुआएं आपकी आगे की लाइफ को भी खूबसूरत बनाएंगी.
पॉलिसी लेकर अपने पार्टनर से करें सुरक्षा का वादा
आप शादी करने वाले हैं यानी अब आपके ऊपर आपके साथी की भी जिम्मेदारी है. आप में से कई लोग अपनी जिंदगी के इस बड़े दिन की प्लैनिंग कर रहे होंगे. शादी के बाद आप दोनों एक दूसरे के साथ अपनी लाइफ शेयर करने जा रहे हैं. तो आप दोनों को एक दूसरे कि सुरक्षा का वादा तो करना ही होगा. आपके साथ होने या न होने के बाद भी आपके पार्टनर को कभी ये एहसास नहीं होना चाहिए कि वो आर्थिक रूप से सुरक्षित नहीं हैं. और ये सिर्फ लड़के को ही नहीं बल्कि लड़की को भी करना चाहिए. तो शादी में खर्च करने के बजाए आप एक दूसरे की सुरक्षा पर खर्च करें. ये आपकी भविष्य की चिंताओं को कम कर सकता है.
सपनों की जगह देगी आपके रिश्ते में ताज़गी
आप अपने मंगेतर से फाइनैंशल मैटर्स पर बातचीत कर सकते हैं. बहुत लोगों का मानना है की शादी से पहले इस तरह की बातचीत वैवाहिक जीवन की शुरुआत का अच्छा तरीका है. दरअसल ये चीज आपके पार्टनर को भी अच्छी लगेगी और इससे आपके बीच एक पारदर्शिता भी रहेगी. आपने अपने हनीमून के लिए पहले से ही कई प्लानिंग की होगी. तो इस प्लानिंग में थोड़ा परिवर्तन कर सकते हैं. अगर आप शादी में होने वाले खर्च के चलते अपने बेस्ट हनीमून प्लेस पर नहीं जा पा रहें है तो शादी में इतना खर्च ही मत कीजिए और इस पैसे को अपने हनीमून पर लगाए.
तो शादी को लेकर थोड़ा सोच बदलो और फर्क देखा. यकीन मानो आपको अच्छा लगेगा.