इस गर्मी अपने पेट को रखें ठंडा-ठंडा, कूल-कूल…अपनाएं ये देसी ड्रिंक्स
मौसम अब दिन ब दिन बदल रहा है. कभी गर्मी तो कभी-कभी हल्की सर्दी जैसा महसूस होता है. इसके साथ ही साथ प्यास भी खूब लगने लगी है. घरों के पंखें भी अब एक दो नंबर पर चलना शुरू हो गए होंगे. वैसे इतनी जल्दी मौसम ने गर्मी की तरफ करवट ले ली है उससे आपका भी ठंडा पीने का मन करने लगा होगा. आखिर ये मौसम है ही ठंडी-ठंडी खाने-पीने की स्वादिष्ट चीजों का लुत्फ उठाने का, तो भला खुद को क्यों रोका जाए? गर्मी में तापमान काफी बढ़ जाता है और पसीना काफी आता है, इस वजह से प्यास भी खूब लगती है और ठंडा पीने का ही मन करता है.
गर्मियों में खाने-पीने पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत होती है. क्योंकि इन दिनों पसीना ज्यादा निकलने से शरीर के जरूरी मिनरल निकल जाते है. जिससे डिहाइड्रेशन की समस्या हो जाती है. इसलिए डाक्टर हमें ज्यादा से ज्यादा पानी और पेय पदार्थों का सेवन करने की सलाह देते है.
इस मौसम में कोल्ड ड्रिंक्स की खपत भी काफी ज्यादा बढ़ जाती है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि फ्रिज में रखी कोल्ड ड्रिंक आपकी प्यास तो तुरंत बुझा देगी, लेकिन पोषण की बात की जाए तो इसमें ऐसा कुछ भी नहीं है जो आपके शरीर को फ़ायदा करे. उल्टा कोल्ड ड्रिंक्स आपके शरीर को नुकसान ही करेगी.
तो इन गर्मियों में आप और आपका परिवार डिहाइड्रेशन जैसी समस्या से रूबरू न हो इसके लिए कोल्ड ड्रिंक्स नहीं बल्कि अजमाएं ये ख़ास देसी हेल्दी ड्रिंक्स जिनका सेवन कर आप स्वस्थ रहने के साथ गर्मी की तपिश को भी आसानी से दूर कर सकेंगे.
मट्ठा
गर्मियों में मट्ठा एकदम रामबाण जैसा काम करता है. छाछ को ही मट्ठा कहतें हैं. दही से बनने वाला ये पेय पदार्थ काफी सारे पौष्टिक गुणों से भरा हुआ है. आयुर्वेद में ये कहा गया है कि जो खाने के बाद एक ग्लास मट्ठा पीता है उसे पेट से जुड़े रोग नहीं होते. मट्ठे वैसे तो खट्टा होता है लेकिन इसमें आप काला नमक, जीरा, हींग और मसाले मिला कर चटपटा भी बना सकतें हैं. गर्मी में पेट ख़राब हो तो इसमें मिश्री, काली मिर्च और सेंधा नमक मिलाकर पीने से फ़ायदा होता है.
गर्मी में मट्ठा शरीर में रोग प्रतिरोधक का काम करता है. इसके सेवन से पाचन भी अच्छा रहता है. अक्सर मसालेदार खाना खाने के बाद पेट में जलन होने लगती है, मट्ठा एसिडिटी भी दूर करता है. ये कैल्शियम से भरपूर है तो जो लोग दूध नहीं पीते वो रोजाना मट्ठा पीने की आदत डाल सकते हैं.
गन्ने का रस
गर्मी में विटामिन और मिनरल से भरपूर गन्ने के रस का सेवन करना स्वास्थ्य की दृष्टि से बहुत ही उत्तम होता हैं. गन्ने का रस दांतों की रक्षा करने के साथ सांसों में भी ताजगी बनाए रखता है. इसके अलावा ग्लूकोज का अच्छा स्त्रोत होने के कारण यह शरीर में ऊर्जा का स्तर भी बनाए रखता है.
ठंडाई
गर्मी को दूर करने के लिए आप ठंडाई का सेवन कर सकते है. बाजार में बनी बनाई ठंडाई के कई फ्लेवर मिलते हैं, बस ज़रूरत है दूध और चीनी की. इसको बनाने के लिए दो चम्मच ठंडाई और स्वादानुसार चीनी को एक गिलास दूध में अच्छी तरह से मिलाये. फिर मस्त होकर खुद भी पिये और दूसरों को भी पिलाये.
सत्तू
सत्तू एक ऐसा देसी ड्रिंक है जो पिछले काफी समय से लोकप्रिय है. सत्तू अपनी ठंडी तासीर के लिए जाना जाता है. ये बिहार में काफी फेमस है. सत्तू पेट की गर्मी को शांत करता है इसलिए इसे ‘स्टमक कूलेंट‘ भी कहते है. बाजार में सत्तू आसानी से मिल जाता है. लेकिन इसको घर में भी सिंपल तरीके से बनाया जा सकता है. इसको बनाने के लिए जौ, चना और गेहूं को बराबर मात्रा में पिसवा लें और इसे पानी में मिलाकर पिये. स्वादानुसार आप इसे नमकीन या मीठा पी सकते हैं. गर्मी के मौसम में होने वाली थकान, लो एनर्जी की कमी को सत्तू ड्रिंक तुरंत दूर करता है. डीहाइड्रेशन और हीट स्ट्रोक में सत्तू का शरबत राहत देता है. ये शरीर के तापमान को बहुत तेजी से नियंत्रित करता है. प्रोटीन, विटामिन्स और खनिज लवणों से भरपूर सत्तू बहुत लाभकारी है. सत्तू पीने से पेट काफी समय तक भरा रहता है, इसलिए वजन कम कर रहे लोगों के लिए यह विशेष रूप से फ़ायदेमंद है.
आम पन्ना
आम का गर्मी से ख़ास कनेक्शन है. वैसे गर्मी का मौसम किसी को पसंद नहीं लेकिन उसमें आम आते है तो ये सीजन भी सबको आम की वजह से खूब भाता है. आम में स्वाद का खज़ाना होने के साथ साथ पौष्टिक गुण भी छुपे हुए हैं. खासतौर पर कच्चे आम से बना पन्ना गर्मियों में बहुत लाभदायक होता है. आम पन्ना गर्मियों के लिए एक देसी ड्रिंक है जो बार-बार पीने का दिल करता है. ये पैक्ड ड्रिंक्स से ज्यादा लाभकारी है. कच्चे आम को भून कर उसके गूदे को चीनी और पानी के साथ पकाया जाता है. फिर इसमें भुना जीरा, सौफ, चीनी, काला नमक और इलायची पाउडर मिला कर ठंडा-ठंडा पिया जाता है. अगर आपको बहुत ज्यादा प्यास लगती है तो ये ड्रिंक आपको जरूर पीना चाहिए. ये भूख न लगने पर भूख बढ़ाता है. आम पन्ना में फाइबर पाया जाता है, जो कब्ज़ को दूर करता है. इसमें विटामिन-बी,सी और नियासिन के साथ-साथ एंटीओक्सीडेंट्स का भी भंडार है. ये सोडियम क्लोराइट और आयरन के स्तर को बनाये रखने में मदद करता है. पेट की गर्मी दूर करने के लिए इसको बहुत लाभकारी माना जाता है.
नींबू पानी
नींबू पानी भारत का पारंपरिक देसी ड्रिंक है. गर्मियों में नींबू पानी प्यास बुझाने के साथ-साथ बार बार-बार जी मिचलाने और अजीर्ण रोग में रामबाण औषधि के रूप में काम करता है. इसे बनाने के लिए एक गिलास पानी में एक नींबू, चीनी (स्वादानुसार) और काला नमक मिला लें. ये पेट दर्द और लो एनर्जी में फायदेमंद है.
बेल का शर्बत
बेल का शर्बत गर्मी को दूर करने के साथ अतिसार, पेचिश और रक्तविकार वाले लोगों के लिए काफी फायदेमंद होता है. इसके अलावा अल्सर से पीड़ित लोगों और मोटापा कम करने के लिए यह शर्बत अत्यंत गुणकारी साबित होता है. इसका शरबत हर किसी को पसंद आता है. बेल का शरबत बनाने के लिए इसका गूदा निकालें. इस गूदे में दोगुना पानी मिलाकर गूदे को अच्छे से मसलकर छलनी से छान लें. अब इसमें स्वादानुसार चीनी मिलाएं.
तरबूज का जूस
गर्मी में तरबूज का जूस प्यास बुझाने के साथ-साथ ताजगी भी देता है. एंटी ऑक्सीडेंट्स और पोटेशियम से भरपूर तरबूज हृदय, कैंसर और डायबिटीज से रक्षा करता है. इसके जूस को बनाने के लिए तरबूज को मिक्सर में पीसकर छान लें और स्वादानुसार चीनी, काला नमक और चाट मसाला मिलाकर सर्व करें.
खस का शरबत
खस की प्रकृति ठंडी होती है और साथ ही यह बेहद खुशबूदार भी होता है. इसका शर्बत दिमाग को ठंडा रखता है. स्फूर्तिदायक होने के कारण गर्मी में खस का शर्बत पीना फायदेमंद होता है. इसको बनाने के लिए खस को आवश्यकता अनुसार धोकर पानी में उबाल लें. फिर इसमें चीनी डाल कर अच्छी तरह उबाल लें और छान कर ठण्डा करें, कांच की बोतल में भरकर रख लें, चाहे तो थोड़ा सा हरा रंग (खाने वाला) भी मिला सकते है.
फालसे का रस
गर्मी में फालसे का फल बहुत ही आसानी से उपलब्ध हो जाता है. फालसा अपने अनोखे स्वाद के कारण हर किसी का पसंदीदा फल है. फालसे की तासीर ठंडक प्रदान करने वाली होती है. स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होने के साथ-साथ उमस भरी गर्मी से बचाने में अचूक साबित होता है. इसके शर्बत को बनाने के लिए फालसे को अच्छी तरह धोकर मिक्सर में डालकर पीस लें. फिर इसे बारीक छन्नी से छानकर उसमें ठंडा पानी और स्वादानुसार चीनी डालकर सर्व करें.