HootSoot official

अब एग्जाम के भूत को कहें हमेशा के लिए बाय-बाय

- Advertisement -

Source: LSBF

स्टेट बोर्ड और सीबीएसई के एग्जाम्स को लेकर स्टूडेंट्स की तैयारी अंतिम चरण में है. बोर्ड एग्जाम को अब सिर्फ कुछ दिन ही बचे हैं. स्कूल कॉलेज में प्रैक्टिकल डेट्स भी आ गयी. ऐसे में स्टूडेंट्स का थोड़ा घबराना तो बनता हैं. लेकिन एग्जाम्स को लेकर बहुत परेशान रहना ठीक नहीं हैं. ऐसे समय पर बच्चों में स्टडी प्रेशर बहुत बढ़ जाता है. परीक्षाओं के दौरान तनाव लेने से नतीजों में ख़राब  प्रदर्शन भी मिल सकता है. मार्क्स लाने की होड़ में लगे बच्चे इतना ज्यादा परेशान हो जाते हैं कि सिर्फ किताबों में ही लगे रहते हैं. ऐसे में कुछ बच्चे एग्जाम्स फोबिया का शिकार हो जाते हैं. इसके चलते वे अपनी पढ़ाई भी ठीक से नहीं कर पाते हैं.

आप ने अक्सर बच्चों में देखा होगा एग्जाम्स शुरू होने से पहले ही बहुत से बच्चे चिंता और तनाव का शिकार हो जाते हैं. उन्हें समझ में नहीं आता कि कैसे पढ़ाई करें, जो मैंने पढ़ा हैं क्या वो मुझे याद रहेगा ऐसा सोचना, या फिर जल्दी-जल्दी याद किया हुआ भूल जाना, पढ़ते समय सर दर्द, भूख न लगना या ज्यादा लगना, बुखार आना ये सब एग्जाम फोबिया के भी लक्षण हो सकतें हैं. अगर आप भी उनमें से हैं, जो परीक्षाओं के दौरान डर और एंज़ाइटी के शिकार हो जाते हैं तो हम आपको कुछ टिप्स दे रहें हैं, जिसको फॉलो करने से न केवल आप अपने डर और ओवर एक्साइटमेंट को कंट्रोल कर सकते हैं. साथ ही साथ एग्जाम्स में बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं.

अपनी तरह से बनाएं स्टडी शेड्यूल

आप सभी स्टूडेंट्स को अपनी क्षमताओं के बारे में पता होता है कि किन विषयों में उनको अधिक मेहनत करनी है? इसी के हिसाब से आपको अपने पूरे सप्ताह के सातों दिनों के लिए एक स्टडी शेड्यूल बनाना चाहिए. या फिर ऐसा होना चाहिए जिसका आप आराम से पालन कर सकें और उसके अनुसार पढ़ाई कर सकें.

Source: Plymouth Marjon University Edublogs

रिवीजन को दें अहमियत

जो स्टूडेंट्स अपने सिलेबस का रिवीजन जल्दी शुरू कर देते हैं, उनके लिए परीक्षाओं में बिना किसी तनाव या एग्जाम प्रेशर के उत्तर लिखना आसान हो जाता है. तो इसके लिए रिवीजन करना बहुत जरूरी होता हैं. जितनी जल्दी आप रिवीजन शुरू करेंगे, उतना बेहतर रहेगा. रिवीजन करने से आप अपने सिलेबस को बेहतर तरीके से समझ और याद रख पाएंगे. इससे जो आपके टफ टॉपिक हैं उस पर ज्यादा फोकस करने का समय मिलेगा. साथ ही आप अंतिम समय की घबराहट, तनाव और उत्तेजना से बच जाएंगे.

मिक्स ऑफ सब्जेक्ट्स

एग्जाम टाइम के लिए जब भी आप टाइम टेबल बनाएं तो यह ध्यान रखें कि एक दिन के लिए केवल एक ही सब्जेक्ट न लें. अगर पूरा दिन आप एक ही सब्जेक्ट पढ़ते रहेंगे तो बोर हो जाएंगे या मानसिक रूप से थक जाएंगे. एक दिन में कम से कम दो सब्जेक्ट जरूर पढ़ें, एक सुबह और एक शाम को. इससे आपका पढ़ने में इंटरेस्ट बना रहेगा और आप उन टॉपिक्स को भी बेहतर तरीके से तैयार कर पाएंगे, जो कठिन हैं, जिनमें आपको अधिक मेहनत करनी है.

Source: Locus Assignments

सेलेक्ट करें अपना परफेक्ट टाइम

अगर आप सुबह जल्दी उठकर बेहतर तरीके से फोकस कर सकते हैं तो सुबह टफ सब्जेक्ट चुनें. और अगर आप नाईट फाइटर हैं यानी रात को देर तक जागकर पढ़ना पसंद करते हैं तो रात को टफ सब्जेक्ट चुनें. तो आप अपने हिसाब से समय तय कर सकतें हैं.

ब्रेक है बेस्ट

जब भी टाइम टेबल बनाएं, तो बीच में ब्रेक जरूर लें. इसका मतलब ये नहीं कि आप आराम ही करें. आप ब्रेक में अपने डेली रूटीन के काम यानी कपड़े धोना, कमरा साफ करना जैसे काम कर सकते हैं. ये सभी आपको पढ़ाई के दौरान जरूरी ब्रेक उपलब्ध कराते हैं. आप अपने ब्रेक्स में डिनर, लंच और ब्रेकफास्ट को भी शामिल कर सकते हैं. 3-4 घंटे के अंतराल पर थोड़ी देर म्यूजिक सुनना भी ब्रेक लेने का अच्छा तरीका है. पढ़ाई के दौरान ब्रेक लेने से उत्साह वापस आ जाता है.

Source: The Conversation

पॉवर नैप भी हैं जरूरी  

कईं स्टूडेंट्स बिना आराम किए लगातार पढ़ाई करते रहते हैं. लेकिन दोपहर में थोड़ी देर नींद लेना बहुत जरूरी है ताकि आंखों और दिमाग को आराम मिल सके. दोपहर में थोड़ी देर नींद लेने से आप फ्रेश महसूस करेंगे. दोपहर में ज्यादा देर सोने से बचें वरना आपको रात में नींद नहीं आएगी. रात को 6-7 घंटे की नींद लेना जरूरी है ताकि आप अगले दिन अपने टाइम टेबल के हिसाब से पढ़ाई कर सकें.

लेते रहें गाइडेंस

अगर आपको लगता है कि किसी सब्जेक्ट को तैयार करने में आपको परेशानी आ रही है तो आप अपने पेरेंट्स, स्कूल-कॉलेज के सीनियर, फ्रेंड्स, सब्जेक्ट टीचर से सलाह लें सकतें हैं.

Source: Studying in Vienna

रहें फिजिकली एक्टिव

अगर आप सारा दिन पढ़ते रहेंगे तो न केवल आपकी पढ़ाई में रुचि कम होगी बल्कि आप तनावग्रस्त और परेशान भी हो जाएंगे. खेलने के लिए समय निकालें, ये तनाव को कम करने का सबसे बेहतर तरीका है. थोड़ी देर साइकिल चला लें या घूम लें, बागबानी भी कर सकतें हैं. कुछ देर डांस भी कर सकतें हैं.

परफेक्ट डाइट लें   

स्टूडेंट्स अक्सर एग्जाम के दौरान नाश्ता या मील स्किप कर देते हैं. यह बहुत ही गंभीर गलती है, जो वो करते हैं. मील स्किप करने से आपकी समस्या का समाधान न होगा, बल्कि ऐसा करने से आपके शरीर में जरूरी पोषक तत्वों की कमी हो जाएगी. आपको सही समय पर ऐसी डाइट लेनी जरूरी है, जो कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, फैट, मिनरल्स और विटामिंस से भरपूर हो, जो आपको ध्यान केंद्रित करने में सहायता कर सके.

Source: BuzzingBubs

इन बातों का भी रखें ध्यान

कठिन टॉपिक्स की लिस्ट बना लें और उन पर प्राथमिकता के आधार पर नंबर डाल दें, ताकि आपके लिए उनपर विशेष ध्यान देना आसान हो जाए. इसके साथ ही अपना गोल सेट करें. अगर आपको डर लग रहा हैं तो अपने पेरेंट्स और टीचर से हेल्प लें उनसें बात करें. लास्ट ईयर के पेपर सॉल्व करें इससे आपको अपनी तैयारी का पता चलेगा. आप ग्रुप स्टडी भी कर सकतें हैं. तनाव को दूर करने के लिए आप सुबह 10 से 15 मिनट योग या फिर मैडिटेशन भी कर सकतें हैं. हमेशा पॉजिटिव होकर तैयारी करें.

Comments

- Advertisement -

Created with Visual Composer